हनोल में धार्मिक पर्यटन को नया आयाम देंगे डीएम सविन बंसल, टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्लान में किए अहम बदलाव

हनोल बनेगा धार्मिक पर्यटन का नया केंद्र, डीएम सविन बंसल के मास्टर प्लान से बदल जाएगी तस्वीर!

by news7point
स्थानीय हितों को प्राथमिकता पर रखकर होगा विकास – डीएम सविन बंसल

गोविंद शर्मा (पत्रकार)
महासू देवता धाम, जो जौनसार-बावर क्षेत्र की आस्था और संस्कृति का केंद्र है, उसे एक सुनियोजित धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। इस क्रम में, जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में हनोल टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्लान में कई बड़े बदलाव किए गए हैं। डीएम के सक्रिय प्रयासों से पर्यटन परामर्शदाताओं (Consultants) के नक्शे और योजनाओं में मेजर चेंजेस किए गए, जिससे स्थानीय लोगों को भी सीधा लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री के निर्देशों को तुरंत अमल में लाया डीएम ने

हनोल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को बनाए रखते हुए इसे पर्यटकों के लिए और अधिक सुविधाजनक बनाने की दिशा में माननीय मुख्यमंत्री के सुझावों को जिलाधिकारी ने प्राथमिकता पर लिया। इसके तहत जल स्रोत, सीवर सिस्टम, घाट निर्माण और हेलीपैड जैसी आवश्यक परियोजनाओं पर ज़ोर दिया गया। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि हनोल के मास्टर प्लान में फ्लोटिंग पॉपुलेशन (अस्थायी जनसंख्या) का भी आंकलन किया जाए ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतरीन सुविधाएं मिल सकें।

स्थानीय लोगों और तीर्थ पुरोहितों से होगा विमर्श

हनोल क्षेत्र के विकास को लेकर डीएम सविन बंसल ने इसी माह मंदिर परिसर में ही स्थानिकों व तीर्थ पुरोहितों के साथ बैठक करने का निर्णय लिया है। इस दौरान विस्तृत चर्चा कर कार्य प्रणाली (Modalities) तय की जाएगी ताकि विकास कार्यों में स्थानीय हितों को सर्वोपरि रखा जा सके।

महिला स्वयं सहायता समूहों को 50% दुकानें आरक्षित

डीएम बंसल ने महिला सशक्तिकरण और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। हनोल में प्रस्तावित नए दुकानों में से 50% महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए आरक्षित की जाएंगी। इससे स्थानीय महिलाओं को अपने उत्पादों को बेचने और आत्मनिर्भर बनने का एक नया अवसर मिलेगा।

होमस्टे से बढ़ेगी ग्रामीणों की आय

हनोल क्षेत्र में पर्यटकों के ठहरने की बेहतर सुविधाओं के लिए गांवों को ‘होमस्टे विलेज’ के रूप में विकसित किया जाएगा। डीएम ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया कि स्थानीय लोगों को प्रोत्साहित कर अधिक से अधिक होमस्टे पंजीकरण कराएं। इसके लिए विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे, जिससे ग्रामीणों को सीधे रोजगार मिल सके।

केदारकांठा ट्रैक पर भी विशेष ध्यान

हनोल क्षेत्र से जाने वाले प्रसिद्ध केदारकांठा एडवेंचर ट्रैक को भी विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम बंसल ने कहा कि ट्रैक मार्गों पर साइनेज, नेचर वॉक ड्रिल और रूट सुधार किया जाए ताकि ट्रैकिंग करने वाले पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिल सके।

हनोल को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का धार्मिक पर्यटन रूप

बैठक में आईएनआई डिजाइन कंसलटेंट ने हनोल टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्लान का प्रेजेंटेशन दिया। इसमें बताया गया कि महासू महाराज मंदिर परिसर के विस्तार, तीर्थ पुरोहित आवास, मंदिर सौंदर्यीकरण, क्यू मैनेजमेंट, पार्किंग, धर्मशाला, रेन शेल्टर, आस्था पथ निर्माण आदि कार्य इस योजना में शामिल किए गए हैं। जिलाधिकारी बंसल ने हनोल क्षेत्र के सभी सहायक सड़कों के चौड़ीकरण और विस्तारीकरण के भी निर्देश दिए हैं ताकि मंदिर परिसर तक पहुंचना आसान हो।

स्थानीय हितों को प्राथमिकता पर रखकर होगा विकास – डीएम सविन बंसल

जिलाधिकारी सविन बंसल ने स्पष्ट किया कि हनोल का विकास केवल पर्यटन को ध्यान में रखकर नहीं किया जाएगा, बल्कि स्थानीय संस्कृति, परंपरा और आस्था को संरक्षित रखते हुए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर कदम में स्थानिकों के हितों को समावेशित किया जाएगा ताकि धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ स्थानीय लोगों की आजीविका भी मजबूत हो सके।

हनोल का धार्मिक और पर्यटन महत्व इसे उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक बनाता है। जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में इसे एक आधुनिक और सुविधाजनक तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। उनकी सक्रियता और निर्णय लेने की तत्परता से यह साफ है कि हनोल जल्द ही एक आदर्श धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में उभरेगा, जहां आस्था और आधुनिकता का संतुलन देखने को मिलेगा।

 

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