जौनसार में इतिहास रच गए डीएम सविन बंसल”त्यूणी महाविद्यालय में रीडिंग रूम नहीं, छात्रों का सपना बना साकार

जौनसार बाबर को मिला शिक्षा का मजबूत आधार – डीएम सविन बंसल की पहल से त्यूणी महाविद्यालय में खुला अत्याधुनिक रीडिंग रूम

by news7point

त्यूणी महाविद्यालय में रीडिंग रूम नहीं, छात्रों का सपना बना साकार – जौनसार में इतिहास रच गए डीएम सविन बंसल”

जौनसार बाबर को मिला शिक्षा का मजबूत आधार – डीएम सविन बंसल की पहल से त्यूणी महाविद्यालय में खुला अत्याधुनिक रीडिंग रूम


जनजातीय क्षेत्र जौनसार बाबर में बदलाव की एक नई इबारत लिखी जा रही है। कई क्षेत्रों में जहाँ स्वास्थ्य सेवाओं और स्कूलों के हालात सुधारे जा रहे हैं, वहीं शिक्षा की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा पंडित शिवराम राजकीय महाविद्यालय, त्यूणी में विद्यार्थियों के लिए एक अत्याधुनिक रीडिंग रूम की सौगात दी गई है। डीएम बंसल ने अपने त्यूणी दौरे के दौरान एक छात्र की मांग को गंभीरता से लेते हुए ₹4,90,000 की राशि स्वीकृत की, जिससे यह रीडिंग रूम साकार हो सका।
पहले महाविद्यालय में रीडिंग रूम केवल नाम मात्र का था—न सही बैठने की व्यवस्था, न पर्याप्त रोशनी और न ही शांति। पर अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। आज यहाँ पर विद्यार्थियों को शांत, स्वच्छ और तकनीकी सुविधाओं से युक्त वातावरण में पढ़ाई करने का अवसर मिल रहा है।

प्राचार्य सतीश चंद्र सेमवाल ने कहा:


यह रीडिंग रूम हमारे महाविद्यालय के लिए मील का पत्थर साबित होगा। डीएम सविन बंसल जी ने जिस संवेदनशीलता और तत्परता से इस कार्य को पूरा कराया, वह सराहनीय है। अब हमारे छात्र निश्चिंत होकर उच्च गुणवत्ता वाली पढ़ाई कर सकेंगे।”

विद्यार्थियों ने जताया आभार:

नीरज राणा(बीए द्वितीय वर्ष):
पहले हमें पढ़ाई के लिए कोई उपयुक्त जगह नहीं मिलती थी, लेकिन अब हम शांति से बैठकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर पा रहे हैं। जिलाधिकारी सर को दिल से धन्यवाद!”

पल्लवी राणा (बीए पंचम सेमेस्टर ):
डीएम साहब का यह कदम खासतौर से लड़कियों के लिए बहुत बड़ी सुविधा है। हम सब उनके आभारी हैं।”

तनीषा राणा ( बीएससी तृतीय सेमेस्टर)
“शांत माहौल, सही रौशनी और सुविधाजनक सीटिंग – ये सब अब हमारे लिए सपना नहीं, हकीकत है। ये सब डीएम साहब की बदौलत हुआ है।

नेहा ठाकुर (रिंकल प्रथम वर्ष):
“इससे पहले हमें शोरगुल वाली जगहों पर पढ़ना पड़ता था, लेकिन अब कॉलेज में एक लाइब्रेरी जैसी सुविधा मिल गई है। हम सब डीएम साहब को सलाम करते हैं।”

एक जिम्मेदार अधिकारी, एक बड़ी सोच

देहरादून जिले के डीएम सविन बंसल के इस कदम ने यह सिद्ध कर दिया कि जब प्रशासनिक संवेदनशीलता और जनभावनाओं का मेल होता है, तो बदलाव की मिसाल कायम होती है। जहां अक्सर जनजातीय क्षेत्रों की समस्याएं अनसुनी रह जाती हैं, वहीं डीएम बंसल ने ‘जनता का डीएम’ बनकर ये साबित कर दिया है कि एक अधिकारी चाह ले तो तस्वीर बदल सकता है।

छात्र संघ अध्यक्ष परमेश रावत ने कहा:
“डीएम सविन बंसल सिर्फ एक अधिकारी नहीं, हमारे जैसे छात्रों के लिए एक प्रेरणा हैं। उन्होंने जिस संवेदनशीलता और गंभीरता से हमारी एक छोटी-सी मांग को प्राथमिकता दी और रीडिंग रूम जैसी ऐतिहासिक सौगात दी, वह प्रशंसनीय है।

डीएम सविन बंसल ने कहा:

शिक्षा ही ऐसा माध्यम है जो किसी भी क्षेत्र की दिशा और दशा दोनों बदल सकता है। जब मुझे त्यूणी महाविद्यालय के एक छात्र की यह सीधी और सच्ची मांग मिली, तो मुझे लगा कि यह सिर्फ एक रीडिंग रूम नहीं, बल्कि उनके सपनों की नींव है।
हमारा प्रयास है कि दूरस्थ और जनजातीय क्षेत्रों के छात्र भी उन सभी शैक्षणिक सुविधाओं का लाभ ले सकें, जो किसी बड़े शहर के विद्यार्थियों को मिलती हैं। अगर हमारा छोटा सा प्रयास भी किसी छात्र को आगे बढ़ने में मदद करता है, तो यही हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।”

Related Posts