मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जनभागीदारी और समाधान आधारित शासन व्यवस्था की परिकल्पना को जिलाधिकारी सविन बंसल ने जमीनी हकीकत में तब्दील कर दिखाया। सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित ऋषिपर्णा सभागार में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में वह दृश्य सामने आया जब कई फरियादी—जिन्हें वर्षों से सिर्फ आश्वासन ही मिलते आए थे—जिलाधिकारी से मिले और उन्हें उम्मीद से कहीं बढ़कर विश्वास और समाधान मिला।
रिपोर्ट: गोविन्द शर्मा | देहरादून, 28 जुलाई 2025
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जनभागीदारी और समाधान आधारित शासन व्यवस्था की परिकल्पना को जिलाधिकारी सविन बंसल ने जमीनी हकीकत में तब्दील कर दिखाया। सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित ऋषिपर्णा सभागार में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में वह दृश्य सामने आया जब कई फरियादी—जिन्हें वर्षों से सिर्फ आश्वासन ही मिलते आए थे—जिलाधिकारी से मिले और उन्हें उम्मीद से कहीं बढ़कर विश्वास और समाधान मिला।
जहां आशा नहीं थी, वहां बना डीएम दरबार उम्मीदों का केंद्र
1. नवोदय विद्यालय एंट्रेंस सेंटर त्यूनी में कराने की पहल, परिवहन के लिए फंड तत्काल स्वीकृत
त्यूनी निवासी बसंत शर्मा ने डीएम को बताया कि उनके क्षेत्र के बच्चों को नवोदय एंट्रेंस देने चकराता जाना पड़ता है, जो बहुत कठिन होता है। पिछली बार जिला प्रशासन ने वाहन की व्यवस्था कराई थी, जिससे 27 बच्चों का चयन हुआ। इस बार डीएम सविन बंसल ने मौके पर ही जिला योजना से फंड स्वीकृत कर दिया और चकराता की जगह त्यूनी में सेंटर बनवाने के लिए डिप्टी कमिश्नर लखनऊ को पत्र लिखने के निर्देश दिए।
2. गंभीर रूप से बीमार पिता के लिए सड़क मार्ग बाधा बनी—डीएम ने लिया संज्ञान
किशननगर निवासी प्रदीप ने बताया कि उनके बीमार पिता के लिए एम्बुलेंस घर तक नहीं पहुंच पाती क्योंकि पाइप लाइन सड़क के गेट को ब्लॉक कर रही है। डीएम ने तुरंत उप नगर आयुक्त और सीओ सदर को संयुक्त निरीक्षण कर अवरोध हटवाने के निर्देश दिए।
3. मानसिक रोगी से कथित वसीयत बनवाने की शिकायत—डीएम ने एसएसपी को दिए विवेचना के निर्देश
एक बुजुर्ग ने बताया कि मानसिक रूप से बीमार भाई से बहनोई ने दबाव में कथित वसीयत बनवाई और मृत्यु उपरांत लाभ उठाया। जिलाधिकारी ने इसे गंभीर मानते हुए एसएसपी को सेशन कोर्ट के निर्देशों के अनुरूप पुनः जांच के आदेश दिए।
4. वृद्धा के साथ घरेलू प्रताड़ना—पुलिस को काउंसलिंग के निर्देश
शोभा देवी ने बताया कि पुत्रवधुओं द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है। डीएम ने सदर सीओ को तत्काल दोनों पक्षों की काउंसलिंग कराने को कहा।
5. विद्युत विभाग से भुगतान अटका—बुजुर्ग को मिला विधिक सहारा
समाल्टा के देवी लाल ने सौर ऊर्जा संयंत्र से उत्पादन कर विद्युत विभाग को बिजली दी, लेकिन मई से भुगतान नहीं मिला। डीएम ने उन्हें मुफ्त कानूनी सहायता दिलाने के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण को पत्र भेजा।
6. भूमि पर अवैध कब्जा—दूसरी बार पहुंचे फरियादी को मिला आश्वासन
एक पीड़ित दूसरी बार फरियाद लेकर आए, डीएम ने तहसीलदार विकासनगर को अगली जनदर्शन से पहले निस्तारण कर रिपोर्ट पेश करने को कहा।
7. ‘सारथी’ बनी सहारा—दो बुजुर्गों को वरिष्ठ नागरिक सेल ने पहुंचाया गंतव्य
असहाय बुजुर्गों को जिला प्रशासन के ‘सारथी’ वाहन ने सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाया।
8. हिलांस कैंटीन से प्रभावित स्थानीय दुकानदार—डीएम ने दिलाई सुनवाई
कोरोनेशन अस्पताल परिसर के कैंटीन स्वामी किराया छूट की मांग को लेकर पहुंचे। डीएम ने मुख्य विकास अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को वार्ता कर निष्पक्ष समाधान निकालने के निर्देश दिए।
9. बिल्डर पर धोखाधड़ी का आरोप—DM ने RERA को लिखा पत्र
मयूर विहार के निवासियों ने बताया कि एमडीडीए के आदेशों के बावजूद बिल्डर ने वादों के अनुसार सुधार नहीं किया। जिलाधिकारी ने RERA चेयरमैन को स्वतः जांच का अनुरोध किया।
10. जल आपूर्ति में अवैध हस्तक्षेप—कार्यवाही के निर्देश
सालावाला निवासी बुजुर्ग ने अवैध जल दोहन की शिकायत की, जिस पर डीएम ने अधिशासी अभियंता को रिपोर्ट देने को कहा।
11. अवैध निर्माण और ध्वनि प्रदूषण—DM ने एमडीडीए से मांगी स्पष्टीकरण रिपोर्ट
राकेश अरोड़ा ने अवैध निर्माण और जनरेटर के कारण ध्वनि प्रदूषण की शिकायत की। पिछली सुनवाई के निर्देशों के अनुपालन न होने पर डीएम ने एमडीडीए को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
जनता दर्शन में कुल 85 शिकायतें आईं, प्रशासन ने हर शिकायत को माना प्राथमिकता
इस जनसुनवाई में भूमि विवाद, अतिक्रमण, पुलिस कार्यवाही, एमडीडीए, नगर निगम, जल संस्थान, विद्युत, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे विभागों से जुड़ी कुल 85 शिकायतें आईं। कार्यक्रम में ADM जयभारत सिंह, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी, अधिशासी अभियंता, सीओ सदर सहित अनेक विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
जनता दर्शन केवल औपचारिकता नहीं रहा—यह जन समस्याओं का समाधान और भरोसे का प्रतीक बन चुका है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने जहां लोगों की बात गंभीरता से सुनी, वहीं मौके पर निर्णय लेकर यह साबित किया कि शासन वहीं है जहां समाधान है।