रंग लाई धाकड़ डीएम की मुहिम कूड़े और कटोरों से किताब-कलम तक लौटा 57 बच्चों का बचपन मा. मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में डीएम सविन बंसल के भागीरथ प्रयास — ज्ञान, योग, संगीत और कम्प्यूटर की दुनिया से जुड़े मासूम
देहरादून, 08 अगस्त
जिला प्रशासन देहरादून की मुहिम अब रंग ला रही है। कभी सड़कों पर कटोरा लेकर भीख मांगने वाले और मजदूरी की मजबूरी में बचपन गंवाने वाले बच्चे, अब किताब, कम्प्यूटर, योग और संगीत की दुनिया में कदम रख चुके हैं।
भिक्षावृत्ति एवं बालश्रम उन्मूलन अभियान के तहत जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में आधुनिक “इंटेंसिव केयर सेंटर” साधु राम इंटर कॉलेज में संचालित है, जहाँ विशेष माइक्रो प्लान के जरिए बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है। अब तक 57 बच्चों को स्कूलों में दाखिला दिलाया जा चुका है, जबकि लगभग 50 बच्चे सेंटर में विशेषज्ञ शिक्षकों से एक्टिविटी-बेस्ड लर्निंग, कम्प्यूटर शिक्षा, योग, संगीत और खेलों के जरिए पढ़ाई की ओर लौट रहे हैं।
सितंबर से अब तक 300 से अधिक बच्चों को भिक्षावृत्ति और बालश्रम से रेस्क्यू कर उनका भविष्य संवारा जा चुका है। यह सेंटर राजधानी का पहला आधुनिक सुविधा संपन्न शिक्षा पुनर्वास केंद्र है, जहाँ बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्याधुनिक तकनीक और रचनात्मक गतिविधियों का समावेश किया गया है।
डीएम सविन बंसल ने कहा —
बाल भिक्षावृत्ति और बालश्रम रोकना सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। हमारा लक्ष्य है कि देहरादून जिला पूरी तरह बालश्रम और भिक्षावृत्ति मुक्त बने, और हर बच्चा शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़े।”
बचपन को उसकी असली पहचान दिलाने की यह यात्रा, देहरादून प्रशासन की संवेदनशीलता और दृढ़ इच्छाशक्ति की मिसाल बन चुकी है।